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Sunday, October 10, 2010

इलाज एक, दर्द अनेक.

जो दवाइयाँ विदेश में पूर्णतया प्रतिबंधित हैं, जिनको बिलकुल भी इस्तेमाल नहीं किया जा सकता, हमारे देश में कुछ लोग ऐसी दवाइयों का भारत में धरल्ले से इस्तेमाल करवा रहे हैं जिससे मरीज़ ठीक होने के बजाय और अन्य रोगों से ग्रस्त हो जा रहे है. इस प्रकार के कारोबारी तो उन लुटेरो से भी बुरे हैं जो चाकू दिखाकर रूपया छीनते है. 


यह प्रतिबंधित दवाइयाँ तो मरीज़ के रूपए के साथ-साथ शारीर भी छीन लेती हैं ऐसे देशद्रोही एवम मानवता के दुश्मन लोगो को तो सख्त सजा मिलनी चाहिए. मरीजों से भी अनुरोध हैं कि जब वह किसी बड़े अपरिचित डॉक्टर से इलाज करवाए तो उसके लिखे पर्चे को अपने पारिवारिक डॉक्टर को अवश्य दिखाले कि उसमें कोई हानिकारक दवा तो नहीं हैं.


आज  का उवाच-

भारत में किसी वस्तु पर प्रतिबन्ध ? यानी कई गुना कारोबार.