यह प्रतिबंधित दवाइयाँ तो मरीज़ के रूपए के साथ-साथ शारीर भी छीन लेती हैं ऐसे देशद्रोही एवम मानवता के दुश्मन लोगो को तो सख्त सजा मिलनी चाहिए. मरीजों से भी अनुरोध हैं कि जब वह किसी बड़े अपरिचित डॉक्टर से इलाज करवाए तो उसके लिखे पर्चे को अपने पारिवारिक डॉक्टर को अवश्य दिखाले कि उसमें कोई हानिकारक दवा तो नहीं हैं.
आज का उवाच-
भारत में किसी वस्तु पर प्रतिबन्ध ? यानी कई गुना कारोबार.